आलोचना री आंख सूं वाक्य
उच्चारण: [ aalochenaa ri aanekh sun ]
उदाहरण वाक्य
- राजस्थानी साहित्य में आलोचना को विधा के रूप में स्वीकार कर लेखन कार्य करने वालों में एक नाम कुंदन माली का लिया जाता रहा है और उनकी आलोचना पुस्तक “ आलोचना री आंख सूं ” पर उन्हे साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलना असल में आलोचना विधा का सम्मान है.
- सागर पांखी ” कविता संग्रह पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी का सूर्यमल मीसण शिखर पुरस्कार, “ आलोचना री आंख सूं ” पर साहित्य अकादेमी पुरस्कार और गुजराती निबंध संग्रह-“ गोस्टी ” (उमाशंकर जोशी) के राजस्थानी अनुवाद के लिए भी साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं ।